वेव्स 2025 लाइव प्रसारण में गलत सूचना से निपटने के लिए एआई-संचालित समाधान पेश करेगा
देहरादून। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीइए) के साथ मिलकर ट्रुथटेल हैकाथॉन चैलेंज की घोषणा की है। यह हैकाथॉन, वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) 2025 के क्रिएट इन इंडिया चैलेंज (सीआईसी) के सीजन 1 का हिस्सा है। यह चैलेंज लाइव ब्रॉडकास्टिंग में गलत सूचना से निपटने के लिए एआई-संचालित समाधान विकसित करने के उद्देश्य से अग्रणी पहल है।
धोखाधड़ी को हैक करना
आज के तेज़-तर्रार मीडिया परिवेश में, ख़ास तौर पर लाइव प्रसारण के दौरान गलत सूचनाएँ तेज़ी से फैलती हैं। वास्तविक समय में झूठी सूचना का पता लगाना प्रसारकों, पत्रकारों और दर्शकों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण चुनौती है।
10 लाख रुपए के पुरस्कार पूल के साथ, हैकाथॉन डेवलपर्स, डेटा वैज्ञानिकों और मीडिया पेशेवरों से वास्तविक समय में गलत सूचना का पता लगाने और तथ्य सत्यापन के लिए एआई-संचालित उपकरण बनाने का आह्वान करता है। जीतने वाली टीमों को प्रमुख तकनीकी पेशेवरों से नकद पुरस्कार, मेंटरशिप के अवसर और इनक्यूबेशन सहायता मिलेगी।
आज तक हैकाथॉन में जबरदस्त रुचि देखी गई है, विश्व स्तर पर 5,600 से अधिक पंजीकरण हुए हैं, जिनमें 36% भागीदारी महिलाओं की है।
मुख्य उद्देश्य:
० लाइव प्रसारण में सूचना का वास्तविक समय पर पता लगाने और सत्यापन के लिए एआई-संचालित उपकरण विकसित करना।
० मीडिया परिदृश्य में विश्वास और पारदर्शिता बढ़ाना।
० समाचार रिपोर्टिंग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नैतिक उपयोग को बढ़ावा देना।
हैकाथॉन चरण और प्रमुख तिथियां:
० प्रोटोटाइप जमा करने की अंतिम तिथि: 21 फरवरी 2025
० अंतिम प्रस्तुतियाँ: मार्च 2025 के अंत में
० विजेताओं का प्रदर्शन: वेव्स शिखर सम्मेलन 2025
भागीदारी विवरण और पंजीकरण के लिए, यहां देखें: https://icea.org.in/truthtell/
सहयोगी भागीदार
इस हैकाथॉन को इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), इंडियाएआई मिशन और डेटालीड्स सहित प्रमुख भागीदारों का समर्थन प्राप्त है; जो मीडिया प्रौद्योगिकी में नवाचार को बढ़ावा देने और प्रसारण मानकों को बनाए रखने के लिए आईसीइए की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आईसीइए का परिचय
इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीइए) भारत में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्ष उद्योग निकाय है, जो भारत के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए नवाचार, नीति वकालत और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देता है।