-विश्व एड्स दिवस पर हस्ताक्षर अभियान व गोष्ठी के जरिये लोगों को किया गया जागरूक
(विनोद मिश्रा)
बांदा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने कहा कि एड्स एक गंभीर बीमारी है। एचआईवी वायरस धीरे-धीरे व्यक्ति की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम कर देता है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करना जरूरी है। इसीलिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। विश्व एड्स दिवस पर आज मंगलवार को चलाया जा रहा हस्ताक्षर अभियान भी इसी का हिस्सा है।
स्वास्थ्य विभाग और सुमित्र सामाजिक कल्याण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में जिला अस्पताल में आयोजित हस्ताक्षर अभियान के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. शर्मा ने कहा कि 2019 में जिले में 98 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। 57 पुरुष, 36 महिलाएं व 5 बच्चे शामिल थे। इस वर्ष अब तक 27 संक्रमित मिले हैं। इनमें 17 पुरुष, 9 महिलाएं व एक बच्चा शामिल है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. उदयभान सिंह ने कहा कि मूलतः असुरक्षित यौन संबंध बनाने से एड्स के जीवाणु शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। सावधानी बरतने से इस बीमारी से बचा जा सकता है।
एचआईवी संक्रमितों से भेदभाव व लांछित न करने की शपथ भी दिलाई गई। हस्ताक्षर अभियान के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एमसी पाल, ईएमओ डा. विनीत सचान, एआरटी नोडल डा. ह्देश पटेल, एआरटी मानीटरिंग आफीसर डा. बीपी वर्मा, जिला एड्स कार्यक्रम प्रबधंक बृजेंद्र साहू, स्टाफ नर्स सुमन पटेल, चंद्रेश गुप्ता सहित अजय कुमार साहू, संस्था के हितेंद्र कुमार, सुधांशु आदि उपस्थित रहे। उधर बबेरू के हरदौली गांव में भी स्वास्थ्य शिविर व गोष्ठी आयोजित की गई।
विधिक सेवा प्राधिकरण ने भी मनाया एड्स दिवस
जिला जज गजेंद्र कुमार के निर्देशन और अपर प्रथम मुख्य न्यायाधीश नदीम अनवर के मार्गदर्शन में विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में को सदर तहसील सभागार में एड्स दिवस मनाया गया। प्राधिकरण के काउंसलर डा. जनार्दन प्रसाद त्रिपाठी एचआईवी के कारणां और रोकथाम के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एड्स एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित सिरेंज का प्रयोग करने और एचआईवी पाजिटिव से यौन संबंध बनाने से फैलता है। अभी तक इसकी कोई प्रभावी औषधि नहीं आई है। सतर्कता और जागरूकता से ही इससे बचाव संभव है।
नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार ने एड्स का इतिहास बयान किया। जिला अस्पताल में उपलब्ध उपचार की जानकारी दी। इस मौके पर महिला कल्याण अधिकारी आकांक्षा सिंह, समाजसेवी कामिनी सिंह, रजिस्टार कानूनगो फूलचंद्र पांडेय, महिला हेल्प डेस्क प्रभारी कुसुम यादव, कम्प्यूटर आपरेटर शोभित निगम आदि उपस्थित रहे।