(विनोद मिश्रा)
बांदा। जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह की सजगता से नजर चुराकर शासनादेश को ठेंगा दिखा जनता को शुद्ध व गुणवत्तायुक्त मिठाइयां मिलना ख्वाब बना दिया गया है। इस संदर्भ में आशा है की कड़े कदम जिलाधिकारी आनन्द कुमार सिंह उठायेगें ।
एक माह पहले जारी हुए शासन के आदेश हवा-हवाई हो चुकें हैं। शासन के खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने अभिहीत अधिकारी को नए निर्देश जारी किए थे। कहा था कि मिठाई के डिब्बों (ट्रे) पर भी एक्सपायरी डेट लिखी जाएगी।
इससे पता चलेगा कि मिठाई कब बनी और कब तक सुरक्षित रह सकती है। फिर भी जिले में छोटे से लेकर बड़े मिठाई विक्रेताओं के यहां जो डिब्बे हैं, किसी पर भी मिठाई बनने से लेकर खराब होने तक की कोई तारीख नहीं लिखी है। करीब एक हजार मिष्ठान विक्रेताओं के पंजीकरण खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन में हैं। शहर में रोडवेज बस स्टैंड, अतर्रा चुंगी, बबेरू रोड तिराहा, कालूकुआं तिदवारी रोड, चिल्ला रोड, महोबा रोड, बाईपास चौराहा, छोटी बाजार, सिविल लाइन, न्यू मार्केट, चौक, अलीगंज, मर्दननाका, छिपटहरी सहित कई जगहों पर मिष्ठान विक्रेताओं की दुकानें संचालित की जा रही है। इनमें से अधिकांश का पंजीकरण नहीं है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से लागू नियम का जिले में कहीं भी पालन नहीं हो रहा। बिना एक्सपायरी डेट लिखी मिठाइयां शासन देश जारी होने से लेकर दीपावली पर्व के पांच दिनों के पर्व पर बेधड़क बेंची जा रही है।
मिठाई व्यवसायियो को मिठाई के डिब्बों में एक्सपायरी तिथि लिखने संबंधी शासनादेश की जानकारी है। पर बिक्री पर विपरीत असर पड़ने को लेकर उसका पालन नहीं कर रहे।
इस प्रकार मिठाई व्यवसायी इस नए कानून की जानकारी पर उन्होनें विभागीय स्तर अधिकारियों को मिठाई के स्वाद से सराबोर सा कर जेबें गर्म कर दी हैं।
हास्यास्पद स्थिति यह है की अभिहीत अधिकारी खाद्य औषधि प्रशासन इस संदर्भ में आश्चर्य जनक चुप्पी साधे हुये हैं तो आखिर क्यों! दोषी पाये जानें पर मिष्ठान व्यापारियों के विरुद्घ कारवाई क्यों नहीं की जा रही।
आरोप लग रहें हैं की विभागीय जिम्मदार अधिकारी मिष्ठान विक्रेताओं की चासनी में डूबे हुये हैंऔर मालामाल हो रहें हैं! लिए प्रेरित किया जा रहा है। अन्यथा जांच व चेकिग क्यों नहीं की जा रही। यदि एक्सपायरी तिथि नहीं लिखी तो कार्रवाई होनी चाहिये।पर कुछ न कुछ तो है। उम्मीद हैं जिलाधिकारी इस संदर्भ में सख्त कार्यवाई के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारयो को अवश्य देगें।