धर्मशाला। टैक्सी आॅपरेटर ने गुड्स एवं पैसेंजर टैक्स आबकारी एवं कराधान विभाग की बजाय परिवहन विभाग के माध्यम से वसूलने की मांग उठाई है। टैक्सी ऑपरेटर्स की यह धर्मशाला के विधायक विशाल नेहरिया ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उठाई है। इसके अलावा कोरोना महामारी के कारण उतपन्न परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए टैक्सी ऑपरेटर्स ने सभी प्रकार के टैक्स और फीस माफ करने की भी मांग रखी है। शिमला में मुख्यमंत्री से मिले विधायक ने टैक्सी ऑपरेटर्स की समस्याओं को हल करने के लिए मांग पत्र सौंपा। इससे पूर्व विधायक ने धर्मशाला में टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना था।
विधायक ने टैक्सी ऑपरेटर्स को मुख्यमंत्री के समक्ष उनकी समस्याएं रखने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कोरोना काल से उत्पन्न परिस्थितियों से प्रदेश में बाहरी पर्यटकों की संख्या नाममात्र ही रह गई है, जिस वजह से टैक्सी आॅपरेटर्स की आर्थिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा हालांकि प्रदेश सरकार ने 30 जुलाई तक टोकन टैक्स माफ करने की घोषणा की है। लेकिन टैक्सी मालिकों को इसके अलावा पैसेंजर टैक्स और वाहन की पासिंग इत्यादि अन्य व्यय भी करने पड़ रहे हैं।
विधायक ने बताया मुख्यमंत्री महोदय ने टैक्सी ऑपरेटर्स की समस्त समस्याओं के निदान और टैक्स में राहत देने का आश्वासन दिया है। विशाल नेहरिया ने कहा प्रदेश में टैक्सी व्यवसाय से परोक्ष और अपरोक्ष रूप से बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं और सामान्य परिस्थितियों में प्रदेश में सालभर पर्यटकों के कारण टैक्सी आपरेटर्स का व्यवसाय चलता रहता हैै। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में अन्य व्यवसाय से जुड़े लोगों की तरह इन्हें भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है और ऐसे में इनकी समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।