उत्तराखंड क्रांति दल ने नेपाल नीति का किया विरोध

 

(उमेश सिंह राणा)

हल्द्वानी । आज उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने एक बयान जारी कर नेपाल द्वारा भारत के लिपुलेख, कालापानी जैसे क्षेत्रों को अपना बताने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए नेपाल सरकार की अतिक्रमणकारी नीति का विरोध किया और नेपाल की सरकार को चेताते हुए विवादित नक्शे को वापस लेने की सलाह दी।

उक्रांद केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने कहा कि भारत देश और खासकर उत्तरांखड के लोंगो ने नेपाल के लोंगो को अपना समझा है मगर चीन की शह पर नेपाल की सरकार द्वारा भारतीय क्षेत्रों को अपना बताना दुर्भाग्यपूर्ण हैं जिसका उक्रांद पूर्ण रूप से विरोध करता रहेगा।

केंद्रीय महामंत्री उनियाल ने कहा कि नेपाल सरकार को तुरंत भारतीय क्षेत्र को नक्शे में दिखाना बन्द कर देना चाहिए वरना नेपाल की सरकार को इसका अंजाम भुगतने को तैयार रहना होगा। उनियाल ने कहा कि यदि नेपाल भारतीय क्षेत्रों पर अपना दावा नही छोड़ेगा तो नेपाल के लोंगो को उत्तराखंड में घुसने नहीं दिया जाएगा।

साथ ही उक्रांद केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने उत्तराखंड के लोंगो से अपील की यदि नेपाल सरकार ने तत्काल भारत देश और उत्तराखंड के क्षेत्रों के प्रति अपना रवैया नहीं बदल तो उत्तराखंड की जनता को नेपाल के लोंगो का आर्थिक बहिष्कार करने चाहिए और उन्हें कोई रोजगार नहीं देना चाहिए साथ ही केंद्रीय महामंत्री उनियाल ने भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार से मांग रखी कि नेपाल से लगी समस्त सीमाओं को सील कर दिया जाय और जो भी नेपाली नागरिक भारत मे कार्य करने आता है वो वीजा बनाकर ही भारत आ सके ।

साथ में जो भी नेपाली नागरिक भारत में रोजगार कर रहे हैं उनकी इनकम पर तगड़ा टैक्स लगना चाहिए। साथ ही भारत सरकार एवम उत्तराखंड सरकार को सलाह दी कि नेपाल के इस रवैये का सख्ती से जवाब देना चाहिए। उक्रांद केंद्रीय महामंत्री ने राज्य एवम केंद्र सरकार को अपील कि यदि समय रहते नेपाल के खिलाफ उचित एवम कड़े कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले समय में को खतरा हो सकता है।

 

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