(चंदन झा)
छठ व्रत कर रही व्रती श्वेता सिन्हा ने बताया कि यह पर्व चार दिन तक मनाया जाता है. छठ पर्व का आज तिसरा दिन है। जिस तरह से छठ के पहले दिन नहाय.खाय का महत्व होता है। उसी तरह छठ के दूसरे दिन खरना का महत्व होता है। खरना कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर होता है। छठ पर्व में खरना के दिन व्रत किया जाता है और व्रती अपने कुल देवता और छठी माई की आराधना करते हैं।
इस पर्व का दूसरा दिन खरना का होता है. खरना का मतलब शुद्धिकरण होता है. जो व्यक्ति छठ का व्रत करता है उसे इस पर्व के पहले दिन यानी खरना वाले दिन उपवास रखना होता है. इस दिन केवल एक ही समय भोजन किया जाता है. यह शरीर से लेकर मन तक सभी को शुद्ध करने का प्रयास होता है. इसकी पूर्णता अगले दिन होती है।
यहां जानें खरना में प्रसाद ग्रहण करने का नियम
सभा के सचिव चंदन कुमार झा ने बताया कि खरना पर प्रसाद ग्रहण करने का भी विशेष नियम है. जब खरना पर व्रती प्रसाद ग्रहण करता है तो घर के सभी लोग बिल्कुल शांत रहते हैं. चूंकि मान्यता के अनुसार, शोर होने के बाद व्रती खाना खाना बंद कर देता है. साथ ही व्रती प्रसाद ग्रहण करता है तो उसके बाद ही परिवार के अन्य लोग
भोजन ग्रहण करते हैं.खरना पर बनती है रसिया (खीर)
व्रत करने वाले रितेश कुमार ने कहा कि खरना के दिन रसिया का विशेष प्रसाद बनाया जाता है. यह प्रसाद गुड़ से बनाया जाता है. इस प्रसाद को हमेशा मिट्टी के नए चूल्हे पर बनाया जाता है और इसमें आम की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है. खरना वाले दिन पूरियां और मिठाइयों का भी भोग लगाया जाता है.
देगे ढलते सूरज को अर्ग
बिहारी महासभा के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि षष्टी तिथि छठ महापर्व का सबसे खास दिन होता है. इस दिन व्रती महिलाएं ढलते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करती हैं. साथ ही उनसे आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. इस दिन सूर्यास्त का समय शाम 05 बजकर 26 मिनट है. सूर्योदय का समय सुबह 06 बजकर 48 मिनट रहेगा.।
छठ पूजा मुहूर्त 2020
20 नवंबर संध्या अर्घ सूर्यास्त का समय 05 बजकर 25 मिनट पर
21 नवंबर उषा अर्घ सूर्योदय का समय 06 बजकर 48 मिनट पर
छठ पूजा में खरना का होता है खास महत्व
व्रत कर रहे परिवार के सदस्य आलोक सिन्हा ने बताया कि खरना के दिन में व्रत रखा जाता है और रात में पूजा करने के बाद प्रसाद ग्रहण किया जाता है. इसके बाद व्रती छठ पूजा की पूर्ण होने के बाद ही अन्न-जल ग्रहण करते हैं. इसके पीछे का मकसद तन और मन को छठ पारण तक शुद्ध रखना होता है.
साफ-सफाई पर दें ध्यान
छठ पूजा में सफाई का बहुत ही महत्व होता है. छठ पूजा का प्रसाद बनाने वाली जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए. प्रसाद को गंदे हाथों से न तो छूना चाहिए और न ही बनाना चाहिए.
नई फसल के उत्सव का भी प्रतीक है छठ पूजा
कार्यकारिणी सदस्य ओमकार त्रिपाठी ने कहा कि छठ पूजा का महापर्व नई फसल के उत्सव का भी प्रतीक है. सूर्यदेव को दिए जाने प्रसाद में फल के अलावा इस नई फसल से भोजन तैयार किया जाता है।
यहां जानें कैसे बनाये प्रसाद
छठ पूजा का प्रसाद बिना प्याज, लहसुन और नमक के तैयार किया जाता है. कुछ भक्त सेंधा नमक का उपयोग करते हैं.
छठी मइया की पूजा विधि
- नहाय-खाय के दिन सभी व्रती सिर्फ शुद्ध आहार का सेवन करें.
- खरना या लोहंडा के दिन शाम के समय गुड़ की खीर और पूरी बनाकर छठी माता को भोग लगाएं. सबसे पहले इस खीर को व्रती खुद खाएं बाद में परिवार और ब्राह्मणों को दें.
ठेकुआ, मालपुआ, खीर, खजूर, चावल का लड्डू और सूजी का हलवा आदि छठ मइया को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है.
आज है खरना
कार्तिक माह की शुक्लपक्ष पंचमी को महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम को भोजन करती हैं. शाम को गुड़ से खीर बनाकर खाई जाती है. इस विधि को खरना कहा जाता है.
इस महापर्व का सबसे खास दिन है षष्टी तिथि
षष्टी तिथि छठ महापर्व का सबसे खास दिन होता है. इस दिन व्रती महिलाएं ढलते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करती हैं. साथ ही उनसे आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. इस दिन सूर्यास्त का समय शाम 05 बजकर 26 मिनट है. सूर्योदय का समय सुबह 06 बजकर 48 मिनट रहेगा.
इस तरह से की जाती है पूजा की तैयारी
छठ पर्व की पूजन सामग्री की लिस्ट
छठ पर्व के दौरान फलों का भी विशेष महत्व है. इनमें संतरा, अन्नास, गन्ना, सुथनी, केला, अमरूद, शरीफा, नारियल भी शामिल हैं. इनके अलावा साठी के चावल का चिउड़ा, ठेकुआ, दूध, शहद, तिल और अन्य द्रव्य भी शामिल किए जाते हैं. इनसे डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।
NewsExpress18 प्रदेश में ही नही देश में भी प्रतिष्ठित होती मीडियापोर्टल की हिंदी वेबसाइट है।www.newsexpress18.in में हमें आपकी राय और सुझावों की जरुरत हैं।
आप अपनी राय, सुझाव और ख़बरें हमें newsexpress18.in@gmail.com या vikas.gargddn@gmail.comपर भेज सकते हैं या हमारे व्हाटसप नंबर 9760620131 (संपादक विकास गर्ग) पर भी संपर्क कर सकते हैं या हमारे फेसबुक पेज newsexpress18 को भी फॉलो कर सकते हैं।
नोट-यह न्यूज़ साईट है कोई इंक्वायरी नंबर नही
…………………………………….
NewsExpress18 प्रतिष्ठित न्यूज़ पोर्टल को आवश्यकता है,उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, दिल्ली,हरियाणा, हिमाचल,झारखंड आदि प्रदेशो में प्रदेश ब्यूरो,जिला ब्यूरो, संवाददाता की संपर्क करें।
विकास गर्ग,चैयरमेन/संपादक
फोन-9760620131,8192921007
………………………………….
न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित सभी लेखों विचारों व समाचारों से संपादक का सहमत होना अनिवार्य नहीं है इसके लिए लेखक स्वयं उत्तरदायी होगा (समस्त विवादों का न्याय क्षेत्र देहरादून होगा)