रिश्तेदार बताकर ठगी हजारों,पढिये यह खबर

(संवाददाता NewsExpress18)

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया
1- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को उनका रिश्तेदार  बताते हुये उनसे मदद के नाम पर उनके मोबाइल फोन पर बार कोड भेजकर बार कोड स्कैन कराकर धोखाधडी से उनके बैक खाते से रुपये 16000 (सौलह हजार) की धनराशि निकाल ली गयी ।

उक्त प्रार्थना पत्र पर थाना साईबर क्राईम से कानि पवन कुमार द्वारा त्वरित कार्यवाही हेतु सम्बन्धित ई-वालेट गेटवे से पत्राचार किया गया तथा शिकायतकर्ता के 12999/-(बारह हजार नौ सौ निन्नानवे रुपये) की धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में वापस करायी गयी शेष धनराशि वापस कराये जाने के प्रयास किये जा रहे है ।

अज्ञात द्वारा शिकायतकर्ता की धनराशि फ्लिप कार्ड के माध्यम से प्राप्त की गयी थी उक्त ई-वालेट फ्लिप कार्ड की जानकारी प्राप्त की गयी तो उक्त ई-वालेट हरियाणा राज्य का होना पाया गया , शिकायतकर्ता को जिस मोबाइल नम्बर से सम्पर्क किया गया  उक्त नम्बर हरियाणा राज्य का होना पाया गया । प्रकरण में आवश्यक तकनीकि सहयोग प्रदान कर अग्रिम कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून भेजा जा रहा है ।


2-जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा गूगल पे एप्प का प्रयोग ऑनलाईन भुगतान व धनराशि प्राप्त करने के लिये किया जाता है , उनके द्वारा गूगल पे के माध्यम से रुपये 25000/- की ट्राजेक्शन किया गया था किन्तु उक्त ट्राजेक्शन नही हो पायी जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा गूगल पे कस्मटमर केयर का नम्बर गूगल पर सर्च किया गया व उस पर फोन किया गया तो फोन रिसीव करने वाले व्यक्ति द्वारा अपने आपको गूगल पे कस्मटमर केयर से बताते हुये उनकी धनराशि ट्रासफर न होने की बात कहकर ट्रासफर किये जाने हेतु लिंक भेजा गया जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा क्लिक किया गया तो अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके खाते से रुपये 39693/-(उन्तालीस हजार छःसौ तिरान्नवै रुपये) धोखाधडी कर निकाल  लिये गये । उक्त प्रार्थना पत्र की जांच साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन से उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गयी व शिकायतकर्ता से प्राप्त विवरण के आधार पर सम्बन्धित पेटीएम कम्पनी से सम्पर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता से धानराशि यूपीआई के माध्मय से गुडगांव हरियाणा के खाते मे स्थानान्तरित हुयी है तथा मोबाईल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त मोबाइल नम्बर धारक पंश्चिम बंगाल राज्य का होना पाया गया प्रकरण में आवश्यक तकनीकि कार्यवाही करते हुये अग्रिम कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून प्रेषित किया गया है । 


3- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे मोबाइल फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को उनका परिचित बताते हुये उनके रिश्तेदारो की जानकारी देकर स्वंय को रिश्तेदार होने का विश्वास दिलाकर मदद के नाम पर धनराशि प्राप्त करने हेतु क्यू आर कोड मोबाइल फोन के माध्यम से भेजा गया , किन्तू शिकायतकर्ता को इस प्रकार के व्यक्तियों द्वारा किये जाने वाले फ्रांड की जानकारी होने के कारण क्यू आर कोड स्कैन न करना व अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता के साथ गाली गलौच करना । उक्त प्रार्थना पत्र की जांच साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन से उ0नि0 भट्ट्  द्वारा की गयी व शिकायतकर्ता से प्राप्त विवरण के आधार पर सम्बन्धित मोबाइल नम्बर धारक की जानकारी प्राप्त की गयी तो उक्त नम्बर झारखण्ड राज्य का होना पाया गया प्रकरण में आवश्यक तकनीकि कार्यवाही करते हुये अग्रिम कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून प्रेषित किया गया है । 


4- जनपद देहरादून निवासी महिला थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा ऑनलाईन शॉपिग हेतु फैशन वैबसाइट का प्रयोग किया जाता है , उनके द्वारा फैशन वैबसाइट पर कुछ सामान खरीदा गया था , किन्तु उक्त वैबसाइट द्वारा सामान उपलब्ध न कराने पर शिकायतकर्ता द्वारा वैबसाइट पर  दिये गये मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो उक्त मोबाइल धारक व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता से उसकी धनराशि वापस बैक खाते में आने की बात कहकर क्विक सपोर्ट एप्प डाउनलोड कराकर उसके बैक खाते से 2000/-( दो हजार ) रुपये धोखाधडी से निकाल लिये गये उक्त प्रार्थना पत्र की जांच साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन से उ0नि0 भट्ट्  द्वारा की गयी व शिकायतकर्ता से प्राप्त विवरण के आधार पर सम्बन्धित वालेट कम्पनी से पत्राचार किया गया तो ज्ञात हुआ की शिकायतकर्ता की धनराशि PAYU वालेट तेलगंना राज्य से निकाली गयी है मोबाइल नम्बर धारक की जानकारी प्राप्त की गयी तो उक्त नम्बर पश्चिम बंगाल राज्य का होना पाया गया प्रकरण में आवश्यक तकनीकि कार्यवाही करते हुये अग्रिम कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून प्रेषित किया गया है । 
साईबर सुरक्षा टिप

कभी भी किसी से अपने डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें । कोई भी बैंक या वॉलेट आपको फोन कर आपकी बैंकिग डिटेल नही मांगता है ।

ध्यान रखे कि अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें, और न ही UPI पिन डालें ऐसा करने से हमेशा धनराशि आपके खाते से ही डेबिट होगी ।

कस्टमर केयर से बताकर फोन करने वाले व्यक्ति की बातो में न आये और न ही उससे अपने एटीएम/वॉलेट/बैक सम्बन्धी कोई जानकारी सांझा करें ।

किसी भी साईबर शिकायत / सुझाव के लिए–
संपर्क: 0135-2655900
email- ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in
फेसबुक – https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/
“ अन्जान लिंक पर क्लिक करना पड सकता है जेब पर भारी”

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