परंपरागत दाईं संगठन का मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी, 81 वे दिन भी सरकार से कोई बातचीत नहीं

परंपरागत दाईं संगठन का मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी, 81 वे दिन भी सरकार से कोई बातचीत नहीं

(सुरेंद्र पाल सिंह)

उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय में परंपरागत दाईं संगठन ने अपने अधिकारों के लिए लगातार 81 वे दिन धरना प्रदर्शन जारी रखा। इस धरना प्रदर्शन में संगठन के मुख्य संरक्षक रमेश राज एवं अध्यक्षा स्वराजी देवी रही मौजूद। उन्होंने सरकार से दाईं को आरक्षण, पेंशन, बीमा, सम्मान और प्रशिक्षण देने की मांग की।

संगठन के अनुसार, दाईं का काम एक परंपरा है, जिसे नई पीढ़ी को संजोना चाहिए। दाईं गांवों में महिलाओं को गर्भावस्था, प्रसव और शिशु की देखभाल में मदद करती हैं। वे अपने अनुभव और ज्ञान का उपयोग करके महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक सलाह देती हैं। वे गांवों की संस्कृति और परंपराओं को भी आगे बढ़ाती हैं।

संगठन के दावे के अनुसार, सरकार ने दाईं को अपनी योजनाओं में शामिल नहीं किया है। वे कहती हैं कि सरकार ने दाईं को नौकरी, वेतन, बीमा या पेंशन नहीं दिया है। वे यह भी कहती हैं कि सरकार ने दाईं को प्रशिक्षण देने का वादा किया था, लेकिन वह भी नहीं पूरा किया गया है। वे यह भी आरोप लगाती हैं कि सरकार ने दाईं को अस्पतालों में काम करने के लिए मजबूर किया है, जिससे उनका सम्मान और स्वाभिमान दोनों खत्म हो गया है।

संगठन ने अपनी मांगों को लेकर उत्तरकाशी में धरना प्रदर्शन शुरू किया, जिसमें उन्होंने सरकार से दाईं को आरक्षण, पेंशन, बीमा, सम्मान और प्रशिक्षण देने की मांग की। इस धरना प्रदर्शन का 81 वा दिन 03 दिसंबर 2023 को था, जिसमें संगठन के कई सदस्यों मौजूद थे प्रदेश परंपरागत दाई संरक्षक रमेश राज, संगठन अध्यक्षा स्वराजी देवी, बलम देवी, भुवना देवी राजेश्वरी देवी, जेठी देवी, रूकमणि देवी, बसंती देवी, पुलमा देवी, इंदिरा देवी, चंद्रा देवी, इत्यादि सभी लोग सम्मिलित हुए। इसमें सभी लोगों ने अनेक बार अनशन किया, जिससे उनकी सेहत पर असर पड़ा। संगठन ने कई बार सरकार से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। संगठन ने अपने आंदोलन को जारी रखने का ऐलान किया है, मुख्य संरक्षक रमेश राज ने कहा है कि जब तक सरकार उनकी मांगों का निराकरण नहीं करती है तब तक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

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